सोमवार, 06 सितम्बर 2021। आईआईटी जोधपुर के निर्देशक प्रो. शांतनु चौधरी और जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष एन.के. जैन द्वारा रविवार को एम्स जोधपुर में आयोजित एमओयू समारोह में विज्ञान और बदलती तकनीक के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, अनुसंधान और विकास में वृद्धि, उत्पाद की गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार, अपशिष्ट प्रबंधन करके अपशिष्ट को कम करना और अन्य तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर (आईआईटी जोधपुर) द्वारा जोधपुर की अग्रणीय शोध संस्थानों जैसे एम्स, काज़री, डीआरडीओ, इसरो, डॉ. एस एन मेडिकल कॉलेज इत्यादि के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि यह समय है कि सभी अकादमिक संस्थान उद्योग के साथ एक मंच पर आये हैं और समाज के लाभ के लिए तेजी से बदलती तकनीक पर विचार करने के लिए हाथ से हाथ मिलाकर काम करना शुरू करते हैं।
जेआईए अध्यक्ष एन के जैन ने कहा कि वह पिछले 25 वर्षों से अर्थात जब वह पहली बार जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव बने थे तब से संस्थान-संस्थान और उद्योग की बातचीत के बुनियादी आवश्यक का समर्थन करते आ रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है जब इस तरह के अकादमिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान संस्थान पूरी तरह से समाज के लाभ के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करने के लिए एक साथ शामिल हो गए हैं। उन्होंने इस तरह की पहल करने के लिए आईआईटी निर्देशक प्रो. शांतनु चौधरी की प्रशंसा और सराहना की। इस अवसर पर जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर (आईआईटी जोधपुर) सीइओ डॉ. जीएस टोटेजा, आईआईटी जोधपुर उपनिदेशक प्रो. संपतराज वडेरा, एम्स जोधपुर निर्देशक डॉ. सजीव मिश्रा, इसरो महप्रबंधक डॉ. एस.एस. राव, डॉ. एस.एन. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एस.एस. राठौड़, आईसीएमआर-एनआईआईआरएनसीडी के निर्देशक डॉ. अरूण कुमार शर्मा सहित जेआईए की ओर से सहसचिव अनुराग लोहिया, कोषाध्यक्ष सोनू भार्गव, सहवरण राजेश जीरावला, मुकेश माहेश्वरी एवं विश्रुत जैन आदि उपस्थित थे।