
मंगलवार, 16 नवम्बर 2021। दुर्घटना कभी भी कहीं भी घटित हो सकती है। दुर्घटना तकनीकी, यांत्रिक, मानवीय भूल या अन्य किसी कारण से भी हो सकती है। दुर्घटना के बाद पीडित व्यक्ति को समय पर उचित प्राथमिक उपचार मिलने से कई बार गंभीर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की भी जान बचाई जा सकती है। यह विचार जोधपुर जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट श्री इन्द्रजीत सिंह जी ने जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज एवं कारखाना व बॉयलर्स निरीक्षण विभाग जोधपुर की साझा मेजबानी में मंगलवार दिनांक 16 नवम्बर 2021 को जेआईए सभागार में आयोजित दो दिवसीय प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हूए व्यक्त किए।
उन्होंने प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के लिए एसोसिएशन की सराहना की और कहा कि किसी की जान बचाने से बडा पुण्य कोई नहीं होता। यह कार्यक्रम औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा के साथ-साथ पूरे समाज के लिए भी बहुत उपयोगी है। समाज के हर सदस्य को यह प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. सम्पूर्णानन्द आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. शैतान सिंह राठौड़ ने कहा कि किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति को जब तक अस्पताल पहुचाया जाता है तब तक काफी समय बित जाता है अगर दुर्घटना के तुरन्त बाद पीडित व्यक्ति को समय पर उचित प्राथमिक उपचार मिल जाये तो उसकी जान बच सकती है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए जेआईए अध्यक्ष एन.के.जैन ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तत्काल प्रशिक्षित व्यक्ति की सहायता उपलब्ध हो तथा प्राथमिक सहायता के अभाव में किसी भी व्यक्ति को अकाल काल का ग्रास न बनना पड़े, इस उद्देश्य से एसोसिएशन द्वारा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रुप से आयोजित किया जाता हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोधपुर, पाली एवं बालोतरा से बड़ी संख्या में पधारे औद्योगिक कर्मचारियों का हम स्वागत करते है और यह आशा व्यक्त करते है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आप भी प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जीवनकाल में कम से कम एक व्यक्ति की जान बचाने में अवश्य सफल होगें।
कार्यक्रम संयोजक व कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण विभाग जोधपुर के उप मुख्य निरीक्षक मुकुल राजवंशी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के बाद इसका उपयोग कर यदि हम अपने जीवनकाल में एक व्यक्ति की जान भी बचाने में सफल होते है तो इस प्रशिक्षण के उद्देश्य की पूर्ति हो जाएगी।
आभार व्यक्त करते हुए जेआईए सचिव सी.एस.मंत्री ने कहा कि इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षित व्यक्तियों ने अनेक अवसरों पर उद्योगों में आई आकस्मिक विपत्तियों को कम किया है तथा अनेक गंभीर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की जान भी बचाई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 180 औद्योगिक कर्मचारियों ने अपना पंजीयन करवाया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीट फुल होने के कारण कई औद्योगिक कर्मचारियों को हताश होकर जाना पड़ा। इस अवसर पर आपातकालीन चिकित्सा एवं प्राथमिक सहायता की पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में मंच का संचालन सहसचिव अनुराग लोहिया ने किया तथा इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सोनू भार्गव भी मंच पर मौजूद थे।
उद्घाटन सत्र् के पश्चात् तकनीकी सत्र् में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. सुमन भंसाली एवं डॉ. विकास राजपुरोहित के साथ उनकी टीम ने पॉवर पॉइंट प्रजेन्टेशन व स्विट्जरलैंड से लाई गई विशेष डमी के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को कृत्रिम श्वसन व विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं में किए जाने वाले प्राथमिक उपचार के तरीकों व सावधानियों के बारे में जानकारी व प्रशिक्षण दिया तथा प्रशिक्षणार्थियों की शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने पर पीडित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के दौरान दी जाने वाली सहायता प्राथमिक सहायता कहलाती है। पीडित व्यक्ति के लिए दुर्घटना के बाद पहला एक घंटा गोल्डन पीरियड होता है। इस दौरान उचित प्राथमिक सहायता प्राप्त होने पर गंभीर रुप से पीडित व्यक्ति की भी जान बचाई जा सकती है और इसके विपरीत गलत तरीके से दी गई प्राथमिक सहायता से सामान्य व्यक्ति की भी जान पर बन सकती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण प्राप्त करना बेहद जरुरी है। इस अवसर पर रीको के वरिष्ट क्षेत्रिय प्रबंधक संजय झा, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक एस.एल. पालीवाल, कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण विभाग जोधपुर जोन प्रथम के निरीक्षक चन्द्रवीर चारण एवं जोन द्वितीय की सुश्री सृष्टि गुप्ता, जेआईए पूर्व अध्यक्ष किशनलाल गर्ग, एस.एन. भार्गव, निवर्तमान अध्यक्ष अशोक बाहेती, कार्यकारिणी सदस्य अंकुर अग्रवाल, अरूण जैसलमेरिया, दीपक जैन, राहुल धूत, विनोद आचार्य एवं अलंकृत डागा सहित सैकडो की संख्या में उद्यमी एवं प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।